15 नवंबर को भारत सरकार ने 'जनजातीय गौरव दिवस' घोषित करते हुए हर वर्ष मनाने का फैसला किया है। इसका उद्देश्य अद्वितीय जनजातीय सांस्कृतिक विरासत , परम्पराओं , जनजातीय जीवन पद्धत्ति को सरंक्षण प्रदान करना है। चूँकि हम भी भारत सरकार और राजस्थान सरकार से मान्यता प्राप्त 'अर्ध घुमन्तू जनजाति' (सेमि नोमेडिक ट्राइब SNT) है। साथ ही राजस्थान सरकार द्वारा हमें अर्ध घुमन्तू जनजाति' प्रमाण पत्र जारी करने का आदेश हुआ है। अत: इनको देखते हुए , इस सुअवसर पर हमें भी अपनी गौरवशाली अर्ध -घुमन्तू/घुमंतू जनजातीय जीवन पद्धत्ति , संस्कृति , इतिहास , परम्परा , वर्तमान दशा , समस्याएं , अर्थव्यवस्था, नई दिशा इत्यादि पर विचार मंथन करना आवश्यक है। इसी क्रम में इस दिवस की यादगार के तौर पर 'रबारी संहिता, 2021 ' ( रबारी प्रोटोकॉल, 2021) तैयार की गई है। यह आदर्श आचार संहिता /प्रोटोकॉल, इस जनजातीय गौरव दिवस की शुभकामना के साथ आपके समक्ष प्रस्तुत है।
Rabari Protocol 2021
खेमराज देसाई
अधयक्ष-अखिल भारतीय रबारी रायका समाज सेवा संस्थान रजि
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